समता, ममता, क्षमता बच्चों की शिक्षा के आधारभूत बिन्दु होना चाहिए। इसके लिये विद्यालय का वातावरण, समाज का सहयोग, बच्चों के प्रति लोगों व समाज की संवेदना और बच्चों के अधिकारों का सम्मान आवश्यक है। समाज व राज्य का दायित्व है कि प्रत्येक बच्चा शाला में आये, स्वच्छ पर्यावरण में सीखे, सीखने का आनन्द अनुभव करे। उसकी जिज्ञासा को समाधान मिले, सृजनात्मकता को बढ़ावा मिले। विद्यालय ऐसा हो जहां गतिविधि आधारित शिक्षण हो, हर बच्चा व अध्यापक प्रसन्नतापूर्वक सहभागिता से सीख रहा हो, वातावरण ऐसा हो कि छुट्टी की घण्टी बजने पर भी बच्चा विद्यालय में रूकना चाहे। यह एक स्वप्न जैसा लगता है।
बच्चों की गुणवत्तापूर्ण, समतामूलक, समुदाय आधारित शिक्षा के स्वप्न को शिक्षा के सार्वभौमिकरण अन्तर्गत डाइट द्वारा पूर्ण करने के प्रयास किये जा रहे है। प्रारंभिक शिक्षा में गुणवत्ता सुधार की दिशा में अनेक स्तर पर शोध एवं निरंतर प्रयास किये जा रहे है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान मंदसौर के द्वारा राज्य शिक्षा केन्द्र से प्राप्त निर्देशों के क्रम में विभिन्न अकादमिक गतिविधियों को संचालित किया जाता है। जिसके तहत प्रशिक्षण मूल्यांकन, मॉनिटरिंग, नवाचार, शोध अध्ययन एवं डी.एल. एड. कक्षाओं का संचालन मुख्य है। समग्र शिक्षा अभियान के अन्तर्गत डाइट की भूमिका को और विस्तारित किया गया है। प्रोजेक्ट मॉडल डाइट में उत्कृष्टता संस्था के रूप मे डाइट मन्दसौर का चयन होना गर्व का विषय है
समूह प्रबंधन व समय प्रबंधन से प्रस्तावित लक्ष्यों को प्राप्त करने में सफल होंगे। ऐसा विश्वास है। आप सभी के सहयोग व मार्गदर्शन की अपेक्षा के साथ। (डॉ. प्रमोद कुमार सेठिया) प्राचार्य डाइट मंदसौर (म.प्र.)
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